वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा ने हाल ही में अपने क्रिकेट करियर के सबसे बड़े प्रेरणास्रोत के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने न तो सुनील गावस्कर का नाम लिया और न ही क्लाइव लॉयड का, बल्कि विश्व क्रिकेट के महानतम खिलाड़ी सर विवियन रिचर्ड्स को अपना सबसे बड़ा आदर्श बताया। एक पॉडकास्ट में लारा ने अपने बचपन की यादों से लेकर ड्रेसिंग रूम तक की उन घटनाओं को साझा किया, जो उनके लिए अविस्मरणीय हैं। उनकी कहानियाँ न केवल क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि कैसे एक खिलाड़ी का प्रभाव दूसरी पीढ़ी को प्रेरित कर सकता है। आ Fifteenव, चलिए जानते हैं लारा की जुबानी, विवियन रिचर्ड्स के साथ उनकी मुलाकात और बचपन की उन रातों की कहानी, जब रेडियो पर कमेंट्री सुनकर उनका क्रिकेट प्रेम जागा।
बचपन की रातें और रेडियो की कमेंट्रीलारा की कहानी उस छोटे से बच्चे की है, जो 1970 के दशक में त्रिनिदाद के अपने छोटे से घर में रेडियो पर विवियन रिचर्ड्स की बल्लेबाजी की कमेंट्री सुना करता था। 1975-76 में जब रिचर्ड्स ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट खेल रहे थे, लारा अपने पिता के रेडियो के सामने बैठकर उनकी बल्लेबाजी का आनंद लेते थे। “हमारा घर छोटा सा था, तीन बेडरूम वाला। मैच रात 8 या 9 बजे शुरू होते थे, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया का समय त्रिनिदाद से 15 घंटे आगे था। पिताजी हमें पहला सत्र सुनने की इजाजत देते, लेकिन फिर स्कूल के लिए सोना पड़ता था,” लारा ने हँसते हुए बताया। लेकिन जैसे ही उनके पिता का कमरा बंद होता, लारा और उनके भाई-बहन चुपके से रेडियो की आवाज सुनने लगते। “जब पिताजी का दरवाजा खुलता, हम खर्राटों की आवाज निकालने लगते,” उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा। यह छोटी-छोटी यादें थीं, जिन्होंने लारा के दिल में क्रिकेट और विवियन रिचर्ड्स के लिए जगह बनाई।
पहला टेस्ट और ड्रेसिंग रूम का मजेदार वाकयालारा ने अपने पहले टेस्ट मैच की कहानी साझा करते हुए बताया कि कैसे उनकी मुलाकात अपने हीरो विवियन रिचर्ड्स से हुई। यह त्रिनिदाद के क्वींस पार्क ओवल में था, जब उन्हें वेस्टइंडीज टीम में चुने जाने का पत्र मिला। उत्साह से भरे लारा सुबह 8 बजे ही मैदान पर पहुँच गए और अपने भाई के साथ अभ्यास शुरू किया। जब टीम ड्रेसिंग रूम में आई, तो लारा के लिए यह एक सपने जैसा पल था। “मेरे सारे हीरो वहाँ थे—विव रिचर्ड्स, गॉर्डन ग्रीनिज, डेसमंड हेन्स, मैल्कम मार्शल। मैंने सोचा, अब समय है अपने साथियों से मिलने का,” लारा ने कहा। लेकिन यह मुलाकात इतनी आसान नहीं थी। जैसे ही वे ड्रेसिंग रूम में गए, उनका क्रिकेट बैग बाहर उड़ता हुआ आया। कारण? उन्होंने गलती से अपना बैग रिचर्ड्स की जगह पर रख दिया था। “मेरे पहले टेस्ट के पाँच दिन मैंने ड्रेसिंग रूम के बजाय बाथरूम में बिताए,” लारा ने हँसते हुए कहा। यह मजेदार वाकया उनके करियर का एक यादगार हिस्सा बन गया।
विवियन रिचर्ड्स: एक प्रेरणादायक शख्सियतलारा के लिए रिचर्ड्स सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक प्रेरणा थे। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, आत्मविश्वास और मैदान पर दबदबा लारा को हमेशा प्रेरित करता रहा। “जब मैं बड़ा हो रहा था, रिचर्ड्स का मेरे ऊपर गहरा प्रभाव था। उनके साथ खेलना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी,” लारा ने कहा। रिचर्ड्स की बल्लेबाजी ने न केवल लारा को प्रभावित किया, बल्क clue that they were sharing the same dressing room, creating a bond that went beyond the cricket field.
एक प्रेरणा जो आज भी कायम हैलारा की कहानियाँ हमें यह याद दिलाती हैं कि कैसे एक खिलाड़ी का प्रभाव दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकता है। विवियन रिचर्ड्स की आक्रामकता और आत्मविश्वास ने न केवल लारा को प्रेरित किया, बल्कि पूरी दुनिया में क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक मिसाल कायम की। यह कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि सपनों को सच करने की है। लारा ने जिस तरह अपने हीरो के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया और उनकी प्रेरणा से विश्व रिकॉर्ड बनाए, वह हर युवा क्रिकेटर के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
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